
परम्परागत खेती से आमदनी न होते देख विकास कुमार ने न केवल सब्जी की खेती पर फोकस किया, बल्कि जैविक (Organic) खाद का इस्तेमाल शुरू किया तो उसकी आमदनी दिनों दिन बढ़ने लगी। राजस्थान के झुंझुनू जिले के विकास कुमार की आमदनी अब दो से तीन गुणा हो गई है। अब वह अपना फोकस कुछ और आधुनिक खेती पर कर रहा है, ताकि आमदनी और बढ़ाई जा सके। कहां से ली ट्रेनिंग झुंझुनू जिले की चिड़ावा तहसील के केहरपुराकलां गांव के विकास कुमार ने करीब 3 वर्ष पहले दिल्ली मदर डेयरी, सफल पर सब्जी की बिक्री होते देखा तो उसे आभास हुआ कि वह परंपरागत खेती के स्थान पर यदि वैज्ञानिक तरीके से सब्जियों की खेती करे तो उसके आर्थिक हालात में बदलाव आ सकता है। लेकिन उन्हें सब्जियां उगानी नहीं आती थी। इसलिए वह रामकृष्ण जयदयाल डालमिया सेवा संस्थान गया, जहां विज्ञान एवं प्रौधोगिक विभाग द्वारा आधुनिक खेती की ट्रेनिंग दी जाती है। संस्थान ने दिए बीज विकास कुमार को संस्थान ने तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करने के साथ उच्च गुणवता युक्त सब्जियों के बीज मुहैया कराये। विकास कुमार को फूलगोभी व मूली की बुवाई कराई गई तो उन दोनो सब्जियों से विकास कुमार को जब अच्छा लाभ मिला तो उसने सब्जियों के और अधिक भाव प्राप्त करने के लिए दो गाड़ियां खरीद ली इन गाड़ियों से सब्जियों को नई दिल्ली के बाजार में बेचने लगा।
from RSS Feed – Money Bhaskar https://ift.tt/2NQGSFR
No comments:
Post a Comment