रुचि सोया को खरीदने की होड़ में शामिल बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद इस बार बुरी तरह फंस गई है। दिलचस्प यह है कि पहले जहां पतंजलि कर्ज से दबी कंपनी को खरीदने की होड़ में आगे थे, लेकिन अब वह अडानी ग्रुप की कंपनी से पिछड़ते दिख रहे हैं। हकीकत में अभी पतंजलि के पास बोली बढ़ाने का एक मौका है, लेकिन आखिरी मौका अडानी ग्रुप की कंपनी को ही मिलेगा। गौरतलब है कि अडानी ग्रुप ने जहां 6,000 करोड़ रुपए, वहीं पतंजलि ने 5,700 करोड़ रुपए की बोली लगाई है।
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Friday 15 June 2018
फंस गए बाबा रामदेव, बेकार हो सकता है 5700 करोड़ का दांव
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