स्टाफ डॉट कॉम के एक आर्टिकल के मुताबिक, गूगल में हर साल 20 लाख से ज्यादा जॉब एप्लीकेशन आते हैं। इनमें से गूगल टैलेंटेड और अच्छा काम करने वालों को छांट सके, इसके लिए कैंडीडेट को वहां 12 इंटरव्यू प्रोसेस से गुजरना होता था। यह प्रोसेस काफी लंबी थी, जिसके चलते यह कहा जाने लगा कि गूगल में नौकरी पाना हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाने से भी 10 गुना ज्यादा मुश्किल है।
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Wednesday 13 June 2018
Google में आसान हुई हायरिंग प्रोसेस, अब 'रूल ऑफ फोर' कर रहा नौकरी देने-न देने का फैसला
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